दबे अंधेरे में
दबे अंधेरे में एक चिंगारी जो
अब तक छुपी थी माचिस की एक डिबिया में
निकल पड़ी तीली रगड़ने से
उसने सूखी पत्तिओं को छुआ
और वह निकल पड़ीं आग में दहकने को
दबे अंधेरे में एक चिंगारी जो
अब तक छुपी थी माचिस की एक डिबिया में
निकल पड़ी तीली रगड़ने से
उसने सूखी पत्तिओं को छुआ
और वह निकल पड़ीं आग में दहकने को